सोमवार, जून 07, 2010
कुछ तो फर्क पड़ेगा...
कुछ तो फर्क पड़ेगा...एक लड़की सुबह समुद्र की सैर को निकली। उसने देखा सैंकड़ों मछलियां लहरों के साथ तट पर आ जाती हैं और उनमें से अनेक किनारे पर ही छूट जाती हैं, कुछ देर बाद बिना पानी के धूप में मर जाती हैं। जब लहरें ताजी और मछलियां जीवित थी, तभी उसने कुछ तय किया। उसने एक मछली उठाई और पानी में फेंक दी। उसके पीछे एक आदमी और था, वह बोला- यह तुम क्या कर रही हो? तुम कितनों को बचा सकोगी? इससे क्या फर्क पड़ेगा? उस लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया। दो कदम बढ़कर एक और मछली को उठाकर पानी में डाल दिया और बोली- 'इससे एक को तो फर्क पड़ता है। सब लोग थोड़ा-थोड़ा फर्क लाएं तो बहुत बड़ा फर्क पड़ेगा।
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बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह्………………बहुत बडी बात कह दी ……………समझो तो बहुत कुछ कह दिया।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावना ...हर एक ऐसा सोचे तो बहुत फर्क पड़ेगा
जवाब देंहटाएंक्या ज़ज्बा है सुन्दर .. बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंbilkul sahi kaha he aap ne
जवाब देंहटाएंthoda thoda kar ke bahut khub ho jata he
aakhir bund bund se hi gada bharata he
कहते हैं नन्ही सी गिलहरी भी राम सेतु पुल के निर्माण के समय कंकर पत्थर चुन कर समुद्र में डाल रही थी
जवाब देंहटाएंराम जी ने प्यार से उस पर तीन उंगलियाँ फेरीं जिसका निशान आज भी गिलहरी पर देखा जा सकता है
प्रेरक!
जवाब देंहटाएंEeshwar aapke prayaason ko shakti pradaan kare!
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