बुधवार, जुलाई 16, 2008

मेंटल रिटायर्ड मत कहो ना !

दोस्त,
क्या कुछ देर के लिए ये कल्पना कर सकते हो की तुम्हारा कोई अपना ऐसा है जो दूसरों की तुलना में दिमागी रूप से कुछ कमजोर है। अब ये सोचो की आज की तेज रफ्तार जिन्दगी में इस तुम्हारे अपने को ओरों के साथ बने रहने के लिए क्या कुछ करना होगा? भगवान न करे की आपका अपना कोई ऐसा हो। लेकिन यह तो जाना ही जा सकता है की हमारे बीच हर सौ लोगों में से तीन लोग ऐसे ही होते हैं। महानगरों में इस सम्बन्ध में अब काफी लोगों को जानकारी होने लगी है, ये जानकर लोग ऐसे लोगों को मानसिक विकलांग कहते है। जो कुछ इनके बारे में कुछ कोमल भावना रखते हैं वे इनके लिए मानसिक विमंदित शब्द का उपयोग करते हैं। बस इससे ज्यादा कुछ नहीं।
अंग्रेजी में इस विषय में जानकारी कुछ अधिक है। इसलिए वहां भावना की कोमलता कुछ बेहतर है। इसलिए इंग्लिश में इन्हें मेंटली हेंडिकेप या मेंटली रिटायर्ड नहीं कहा जाता। बल्कि इनके लिए मेंटली चेइलेंड शब्द काम में लिया जाता है। तो आज की बात बस इतनी ही है की मेंटल रिटायर्ड मत कहो ना!
इति आपकी शुभदा ।
आपकी शुभदा

आज बस हाय हेल्लो!

आज कुछ खास बच्चों के लिए करने को कुछ खास तरीका हाथ आया है। इस ब्लॉग में उन मानसिक विमंदित बच्चों की चर्चा करुँगी जिन के बारे ख़ुद उनके लोग ही बोलने से कतराते हैं। आज तो ब्लॉग बनाते हुए ही काफी वक्त लग गया, ये ही भूल गई की शुरू कहाँ से करना था।