शुक्रवार, दिसंबर 26, 2008

नि:शक्तों के लिए महत्वाकांक्षी योजना

स्वपरायणता, प्रमस्तिकघात, मानसिक मंदता एवं बहु विकलांगता के क्षेत्र में कार्यरत राष्ट्रीय न्यास द्वारा ज्ञान प्रभा योजना, उद्यम नि:शक्त कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। ज्ञान प्रथा योजना के तहत यदि इन श्रेणियों के नि:शक्त, विद्यालयीय शिक्षा के बाद मान्यता प्राप्त संस्थान से स्वरोजगार रोजगार के लिए व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण लेते हैं। तो उन्हें सात सौ रुपए मासिक छात्रवृत्ति देय होगी। ऐसे नि:शक्त अभ्यर्थी के परिवार की मासिक आय 15 हजार रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।

उद्यम प्रभा योजना बी पी एल परिवार के नि:शक्त, जिनकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है, के आर्थिक विकास और स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। इन चार श्रेणियों के नि:शक्तों के लिए एक लाख तक के ऋण पर 5 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि तथा अन्य श्रेणियों के नि:शक्तों के लिए 3 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि 5 वर्ष तक के लिए देय होगी। चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर होगा। निरामया स्वास्थ्य बीमा योजना इन श्रेणियों के नि:शक्तों के लिए महत्वाकांक्षी योजना है।

यह योजना 15 हजार रुपए तक की वार्षिक आय वाले नि:शक्तों के लिए नि:शुल्क तथा इससे अधिक आय वालों के लिए दो सौ पचास रुपए तक का नि:शुल्क बीमा किए जाने का प्रावधान है। बीमित व्यक्ति को स्वास्थ्य कार्ड जारी किया जाएगा, जिसके आधार पर वह देश के किसी भी अस्पताल में इलाज कराकर चिकित्सा व्यय के पुनर्भरण हेतु पात्र होगा।

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