बुधवार, अप्रैल 29, 2009

बेटे को जन्म देने के बाद अपेक्षाकृत अधिक तनाव


यूं तो आपने पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए मन्नत मांगते हुए कई लोगों को देखा होगा, लेकिन फ्रांसीसी वैज्ञानिकों की मानें तो बेटे को जन्म देने के बाद माताएं अपेक्षाकृत अधिक तनाव में रहने लगती हैं।यही नहीं कुछ माताओं की तो जीवनशैली ही निम्न स्तर की हो जाती है। हाल ही में 'नैंसी विश्वविद्यालय' के शोधकर्ता क्लाड डी टॉयची के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के एक दल ने 191 माताओं पर एक अध्ययन किया था। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं को ज्ञात हुआ कि पुत्रों को जन्म देने वाली 10 में से सात महिलाएं लड़कियों को जन्म देने वाली महिलाओं की अपेक्षाएं अधिक तनाव में रहती हैं और प्रसव के बाद उनकी जीवनशैली भी काफी बदल जाती है।

'बीबीसी' के ऑनलाइन संस्करण पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक अध्ययन के दौरान 17 महिलाओं में से अधिक तनाव में रहने वाली 13 महिलाएं ऐसी थी, जिन्होंने बेटों को जन्म दिया था, जबकि केवल चार ऐसी महिलाएं थी जो कि बेटियों के जन्म के बाद तनावपूर्ण जीवन व्यतीत कर रही थी।हालांकि, वैज्ञानिक फिलहाल महिलाओं के बीच पाए जाने वाले इस अंतर के कारणों का पता नहीं लगा सके हैं। शोधकर्ता टायची कहते हैं कि, 'इस अध्ययन से उस तथ्य को बल मिलता है जिसके अंतर्गत कहा जाता है कि भ्रूण का लिंग, माताओं की जीवनशैली की गिरावट प्रसवोपरांत तनाव बढ़ाने का अहम कारक होता है।

इस शोध को सही माने तो अधिक उम्रदराज महिलाएं अधिक तनाव में रहती हैं, ऐसे में अगर अधिक उम्र में गर्भधारण होने पर पुत्र प्राप्ति के अवसर अधिक हो सकते हैं? जो भी हो अधिक उम्र में मां बनने के अवसर आज पहले की अपेक्षा कहीं अधिक हैं। इस पर चर्चा होगी कल। अधिक विवरण के लिए कल इसी ब्लाग पर, ठीक इसी समय फिर मिलेंगे, अभी इजाजत दें। शेष शुभ....-इति आपकी 'शुभदा'

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