करियर की महत्वाकांक्षा पूरी करने और मां बनने में से एक विकल्प चुनने के लिए मजबूर महिलाओं के लिए खुशखबरी है। अब उम्रदराज होने पर भी महिलाओं के मां बनने की सम्भावना बढ़ गई है। नए वैज्ञानिक शोध के अनुसार मानव जाति के विकास की प्रक्रिया में पूर्वजों के मुकाबले अब 30 से 50 वर्ष की उम्र में प्रजनन सम्बन्धी बीमारियों से सुरक्षा ज्यादा मजबूत हो गई है। ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच हजार वर्षों में मानवजाति में पिछले किसी भी काल के मुकाबले आश्चर्यजनक रूप से 100 प्रतिशत से ज्यादा तेजी से विकास हुआ है। इस विकास की बदौलत ऐसे गुणसूत्रों का विकास हुआ है जिनमें बीमारी से लडऩे की क्षमता पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। इससे महिलाओं की ज्यादा उम्र में भी मां बनना सम्भव है और प्रजनन क्षमता ज्यादा उम्र तक बरकरार रह सकती है। शोधकर्ता प्रोफेसर जॉन हॉक्स के अनुसार मानव विकास की सतत प्रक्रिया के दबाव के कारण मोटापा, हृदय सम्बन्धी बीमारी, मधुमेह जैसी बीमारियों से ग्रसित होने की सम्भावना कम हो गई है। इन बीमारियां के कारण उम्रदराज होने के बाद प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन इन बीमारियों से सुरक्षा होने के कारण उम्रदराज होने पर भी प्रजनन क्षमता बनी रहेगी।
ज्यादा उम्र में भी मां बनना भले ही संभव हो लेकिन इसमें भी कुछ मामलों में दिक्कत हो सकती है, मसलन अधिक उम्र वाली मां की संतान अधिक वजन वाली हो सकती है,उनके बच्चे भी सामान्य से अधिक वजनी या अधिक खाने वाले हो सकते हैं। अधिक विवरण के लिए कल इसी ब्लाग पर, ठीक इसी समय फिर मिलेंगे, अभी इजाजत दें। शेष शुभ....-इति आपकी 'शुभदा'
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